भगवा
मराठों का शान है भगवा,
शिवाजी की आन है भगवा,
भगत सिंह की जान है भगवा,
वीरों का तो नाम ही भगवा ।
सन्तों का आनन्द है भगवा,
प्रकृति की ये आग है भगवा,
नारायण का ललाट है भगवा,
जगन्नाथ का कपाट है भगवा ।
धरती का अरूणोदय भगवा,
सुर्यास्त का भाव है भगवा,
वेदों का है ज्ञान ये भगवा,
पीड़ित की तो आस है भगवा ।
भक्तियोग का मार्ग है भगवा,
सन्यासी का वैराग्य है भगवा,
सांख्ययोग का उपदेश है भगवा,
मानुष तन का निर्वाण है भगवा,
रामायण की भक्ति है भगवा,
कैलाशपति की शक्ति है भगवा,
मृत्युलोक की मुक्ति है भगवा,
आत्मा की तो सद्गति है भगवा,
सन्तों का सत्संग है भगवा,
भगवद्गगीता का ज्ञान है भगवा,
पवनपुत्र की कान्ति है भगवा,
अखिल ब्रह्माण्ड की शान्ति है भगवा ।
महापुरूषों का आनन्द है भगवा,
इन्द्रधनुष का रंग है भगवा,
दिनकर का तेज है भगवा,
मस्तक का तो मान है भगवा ।
महाकाल का क्रोध है भगवा,
शत्रु का तो काल है भगवा,
दीपक की ज्योति है भगवा,
काशी की तो धुलि है भगवा ।
तिरंगे का अंग है भगवा,
धरती का उमंग है भगवा,
हिन्दु का तो भाग्य है भगवा,
जन्म-मरण से परे है भगवा ।
Nice line jai bhagwa
ReplyDeleteहमारा अस्तित्व/प्रतीक और हमारे जीवन का मूल-मंत्र ही भगवा है । जीवन जीने की कला एवं वैराग्य दोनों का ही मिश्रित स्वरूप ही भगवा है ।भगवा युद्ध और शान्ति दोनों का ही प्रतीक है ।
Deleteरग रग मे है भगवा
ReplyDeleteभगवा हमारी जान है ।
DeleteHar har Mahadev
ReplyDeleteहर-हर महादेव । जय महाकाल ।
DeleteBahut acha s bhagwa k Bara m bataya hai bhai jee bahut bahut dhanyawad apko
ReplyDeleteहमारा अस्तित्व ही भगवा है । सादर धन्यवाद ।
DeleteI appreciate deep thinking.
ReplyDeleteसादर धन्यवाद आपका अपना बहुमुल्य समय देने के लिए । हमारे जीवन का मूल उद्देश्य ही शान्ति है । भगवा ही हमारा विजय-पताका है ।
DeleteBeautiful
ReplyDeleteसादर धन्यवाद
Deleteसादर धन्यवाद ।
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